Rumored Buzz on Shodashi
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क्षीरोदन्वत्सुकन्या करिवरविनुता नित्यपुष्टाक्ष गेहा ।
श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥९॥
Goddess is commonly depicted as sitting down on the petals of lotus that is definitely stored to the horizontal entire body of Lord Shiva.
Worshippers of Shodashi seek out not just content prosperity but additionally spiritual liberation. Her grace is claimed to bestow both of those worldly pleasures and the indicates to transcend them.
Shodashi’s Vitality fosters empathy and kindness, reminding devotees to technique Many others with comprehension and compassion. This gain encourages harmonious interactions, supporting a loving method of interactions and fostering unity in family members, friendships, and Local community.
ऐसा अधिकतर पाया गया है, ज्ञान और लक्ष्मी का मेल नहीं होता है। व्यक्ति ज्ञान प्राप्त कर लेता है, तो वह लक्ष्मी की पूर्ण कृपा प्राप्त नहीं कर सकता है और जहां लक्ष्मी का विशेष आवागमन रहता है, वहां व्यक्ति पूर्ण ज्ञान से वंचित रहता है। लेकिन त्रिपुर सुन्दरी की साधना जोकि श्री विद्या की भी साधना कही जाती है, इसके बारे में लिखा गया है कि जो व्यक्ति पूर्ण एकाग्रचित्त होकर यह साधना सम्पन्न कर लेता है उसे शारीरिक रोग, मानसिक रोग और कहीं पर भी भय नहीं प्राप्त होता है। वह दरिद्रता के अथवा मृत्यु के वश में नहीं जाता है। वह व्यक्ति जीवन में पूर्ण रूप से धन, यश, आयु, भोग और मोक्ष को प्राप्त करता है।
कैलाश पर्वत पर नाना रत्नों से शोभित कल्पवृक्ष के नीचे पुष्पों से शोभित, मुनि, गन्धर्व इत्यादि से सेवित, मणियों से मण्डित के मध्य सुखासन में बैठे जगदगुरु भगवान शिव जो चन्द्रमा के अर्ध भाग को शेखर के here रूप में धारण किये, हाथ में त्रिशूल और डमरू लिये वृषभ वाहन, जटाधारी, कण्ठ में वासुकी नाथ को लपेटे हुए, शरीर में विभूति लगाये हुए देव नीलकण्ठ त्रिलोचन गजचर्म पहने हुए, शुद्ध स्फटिक के समान, हजारों सूर्यों के समान, गिरजा के अर्द्धांग भूषण, संसार के कारण विश्वरूपी शिव को अपने पूर्ण भक्ति भाव से साष्टांग प्रणाम करते हुए उनके पुत्र मयूर वाहन कार्तिकेय ने पूछा —
ब्रह्माण्डादिकटाहान्तं जगदद्यापि दृश्यते ॥६॥
The Devi Mahatmyam, a sacred text, facts her valiant fights within a series of mythological narratives. These battles are allegorical, symbolizing the spiritual ascent from ignorance to enlightenment, Together with the Goddess serving as being the embodiment of supreme awareness and ability.
कामेश्यादिभिराज्ञयैव ललिता-देव्याः समुद्भासितं
यहां पढ़ें त्रिपुरसुन्दरी कवच स्तोत्र संस्कृत में – tripura sundari kavach
These gatherings are not simply about particular person spirituality but additionally about reinforcing the communal bonds via shared ordeals.
Her narratives frequently emphasize her position while in the cosmic battle against forces that threaten dharma, thus reinforcing her situation for a protector and upholder on the cosmic buy.
The one that does this Sadhana results in being like Cupid (Shodashi Mahavidya). He's transformed into a wealthy, well-known amongst Girls and blessed with son. He will get the quality of hypnotism and achieves the self electrical power.